जमीन बेचने का झांसा देकर 32 लाख की ठगी
Pretext of Selling the Land
अर्थ प्रकाश/नीरज सिंगला
जींद, 20 अगस्त। Pretext of Selling the Land: जिले के गांव मालसरी खेड़ा में जमीन बेचने का झांसा देकर धोखाधड़ी कर 32 लाख रुपए ठगने का मामला पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने बीएनएस की धारा 316(2), 318(4), 351(2) के अंतर्गत दर्ज किया है।
जीतसिंह वासी गांव मालसरी खेड़ा ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि 26 जुलाई को उसने प्रवीण निवासी नरेला दिल्ली के साथ कृषि योग्य भुमि गांव मालसरी खेड़ा रकबा 5 कनाल 6 मरले को 55 लाख रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से खरीद करने का इकरार किया था। जो नोटरी पब्लिक द्वारा तसदीक क्रमांक संख्या 196/2024 पर दर्ज है। इकरारनामा में ब्याना राशि दस लाख रूपये जिनमें से पांच लाख रूपये नगद व पांच लाख रूपये चैक नंबर 000037 द्वारा प्रवीण ने प्राप्त करके रसीद लिख दी थी। इकरारनामा के अनुसार वह किसी के भी नाम रजिस्ट्री करवा सकता था। उसने स्वाती गर्ग के नाम लिखवा दी और स्टांप व रसीद भी 29 जुलाई को निकलवा लिये थे। 30 जुलाई को रजिस्ट्री हेतु टोकन लिया गया। इसके बाद प्रवीण अपने साथ अन्य 4 व्यक्तियों को लाया जो हथियारों से लैस थे। उन्होंने रजिस्ट्री के सभी कागजात चैक किए। उन्होने कहा कि वह हस्ताक्षर करने से पहले जितनी राशि बनती है वह पहले नगद दे दो क्योंकि रजिस्ट्री के अन्दर कलेक्टर रेट के मुताबिक 13,91,300/-रूपये बनते है। ब्याना राशि वाली पूंजी काटकर बाकी पूंजी अभी दे दो। तभी रजिस्ट्री पर हस्ताक्षर करूंगा। रजिस्ट्री पंजीकरण के तुरन्त बाद वह रजिस्ट्री डीड मे जो भी बैक ड्राफ्ट व चैक है वह ले लूंगा। डी.डी व चैक की जो पूंजी बनती है। वह नगद वापिस कर देगा। उन्होंने यह बात मान ली और सियाराम भारद्वाज नोटरी पब्लिक के आफिस में नगद 26,84,000 रूपये गवाहों के सम्मुख गिनवा दिये। जिसकी सीसीटीवी फुटेज भी है। इसके बाद प्रवीण ने रजिस्ट्री बैनामा पर हस्ताक्षर कर दिए। लेकिन प्रवीण ने राशि अमित उर्फ मीता व उसकी मौसी के लड़के को दे दी। फिर वह तहसील कार्यालय में चले गए। वहां पर कम्प्यूटर में रजिस्ट्री फीड करवा दी। तेजपाल ने प्रवीण को फोन करके कहा कि रजिस्ट्री फीड हो चुकी है अब तहसील कार्यालय में आ जाओ। प्रवीण ने कहा कि उसके चाचा को हार्ट अटैक हो गया है। उन्हें तुरन्त भागना पड़ा। आपकी रजिस्ट्री एक-दो दिन बाद आकर करवा देंगे। जिसकी आडियो रिकार्डिग उपलब्ध है। अगले दिन 31 जुलाई को तेजपाल ने प्रवीण को फोन किया कि आपके चाचा का क्या हाल है। तो प्रवीण ने कहा कि हम तो मेन्दाता हस्पताल में है और चाचा की हालत गम्भीर है। आप जब कहोगे हम रजिस्ट्री करवा देंगे। जब उन्हें ठगी व बदनियती महसूस हुई तो चार व्यक्ति नरेला पहुंचे। वहां पर कृष्ण वासी हमायुपुर रोहतक मिला। तेजपाल ने प्रवीण को फोन किया परन्तु उसने जवाब नहीं दिया। फिर कृष्ण से कहकर उसके पास फोन करवाया। जिससे बात हुई जिसमें उसने रजिस्ट्री करवाने से साफ मना कर दिया। कहने लगा कि जल्दी यहां से निकल जाओ वरना मैं अपने बन्दे भेजकर तुम्हें जान से मरवा दूंगा। व गल्ला लुट-पाट का भी केस लगवा दुंगा।
पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने बीएनएस की धारा 316(2), 318(4), 351(2) प्रवीण, उसके बेटे आकाश, कृष्ण, अमित और अमित की मौसी के लड़के के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।